Baarish Wala Pyaar | (बारिश वाला प्यार) ft. Apoorva Arora & Lalitam Anand | RVCJ
Happy Scribe's Favorites- 641 views
- 26 Oct 2020
हालांकि शुक्ला के टटोल कम करवाते रहना इसलिए बंगाली बाबा खड़ा होता है । हां तो पेट्रोल का रेट मार्ग पर इतना बड़ा वाक्य देते हो । हां तुमको बता हमारे पापा के जमाने में 50 रुपये में 5 लीटर पेट्रोल मिलता था और अब तो हम उल्टा को वोट देने के लिए ठेका अब ज्यादा अमिताभ बच्चन न बनो । ये बताओ कितना मिलेगा । देखिए बच्चा ज्यादा है प्रेसर नहीं बना ये हम पर हम सस्पेंस चाहिए बंजारा तो हम बुला लेंगे । मीडिया बोली पर अच्छा ठीक यार लेले तो अपनी स्पेस । ये मकान एक । 0 0 0 चक्करों लिए कूलर पेपर तरह जल्दी हो सके तो टाइम लगेगा इसमें टिकट । मैं गढ़ी गुना में भी टाइम लगेगा । आप प्लीज अंदर ही वेट कीजिए । नो आश लिए हम राष्ट्रीय हो गए । आज भी रात साढ़े । यारी तो वही है जो दिन ऑफिस के बाहर दिखी थी । आज बात करूं घर पर अगर मंदिर गई तो बारिश होगी इतनी यहां कह बैठे कि चेहरे ने तो रूठ तो लगी है शायद मान जाए । हाय यहां पर तो काफी बारिश हुर्ई और बैठने की जगह बनी । पास में आप एक अच्छी जगह है । आप अगर चाहो तो अपनी अतिथियों में हजारों मदत के जुनून में कि हारने वाला अंब्रेला दुनिया में बसने की मिनीबस ये न आर्थिक पक्ष का गया । इसके सतना रेनकोट प्रिया दत्त और काफी सालों से अंदर ज्यादातर छात्र भारतीय निकाले गए । मैं तो ये करता हूं मैडम के । अगर आपके पास ये आर्टिकल ऑफ कर इनको आये तो आपको छाते की क्या जरूरत । दान यह समूह । कितनी अजीब बात न बताइए इतना बड़ा शहर ये और लोग बस जगह नहीं है । छोटा सा गराज थाना कहां होती वह जगह कहां
होती जगह । अरे मैडम मेरी मम्मी बोलती है कि जहां लोगों के दिल में होती है पर मैं देखता हूं कि शर्म लोगों को बस दिल्ली ने । इतना भी मलाल नहीं है इतना भी बुरा हाल बुद्ध के की टपरिया रही । बारिश के मौसम में बाहर की चाय मैडम बारिश के मौसम में जो बाहर की चाय पीने का मतलब तो लोग दादा के देसी दारू चलित चाय पीते । गहन गहन कमान अधिकारी ने इसे मेडिकल । तुम बताई मन कैसी चाहिए हो आँसू दार्जिलिंग लीव टेंशन आमंत्रित लागत । इंदौर शुगर फ्री आज स्टीविया कटिंग गन्ना कटिंग की कटिंग हर एक कटिंग आई है वह यह न । काफी इंट्रेस्टिंग जगह नई । और बारिश में बंद हुए । क्यों । पीजी । कोई रस मैंने पहले कभी सड़क छाप चाय ट्राय नहीं किया । सड़कछाप चाय भाई सड़कछाप मतलब सड़क के बगल में बनी चाय भी बिना बात के शहर मधुबाई प्रधानमंत्री बनने में न्यायमित्र को भी । देखना जिनके पास ज्यादा पैसे होते ना वो इस तरह की छोटी चीजों में खुशियां ढूंढ लेते हैं । और जिनके पास बहुत सारे पैसे होते हैं वो । वो लोग सब कुछ होते हुए भी खुश होते । अमिन कुछ कुछ भी हो ऐसा तो जरूरी नहीं है । नहीं मैंने देखा आपके घोषणापत्र । स्टारबक्स यहां स्टारबक्स गनमैन भावनाओं जैसे शब्दों में क्या रखा हुआ है । मतलब आसरा बच जाते हो आमने सामने बैठ दो कन्फ्यूज्ड रगड़ते और प्रबल शून्य लगे रहते हो अगर आप एक दूसरे से बात नहीं करेंगे तो क्या मतलब कैसे मान जाएगा । पर होता है न फोन भी ईमेल होते हैं काम होते हैं वो तो करना पड़ता है अब मैडम फोन फ्री मिलते मोटे या फिर लोग । हरे आप तो मेरी बातों को सुनकर बहुत धीरे
भी लगते हैं । पिक्चर व्यक्ति अब अफसोस अल्लाह फ्रेंड्स तो आपको कोई बारिश वाला फेवरिट गाना अमन के सो अर्निंग के टिप बरसा पानी टिप टिप बरसा पानी ना सिर्फ मुझे छलकता है । प्यार हुआ इकरार हुआ श्री 420 । राजकपूर नरगिस शंकर जयकिशन और इसके लिए लिखे थे शैलेन्द्र शैलेन्द्र राय । मतलब आप भी थोड़ा बहुत देती हो । मुझे लगा कि आप फिट शून्य रही लड़की और तुम मालवी से जे टाइप के असली किरदार इंडस्ट्री में काम करते सो इसलिए मुझे बहुत सारे म्यूजिशियन आर्टिस्ट के बारे में बताया कि रेट अच्छा वही यूडी बाद में मैं इंग्लिश ढंग से बोलने पाता हूं । क्रीम शक्ल और शेविंग क्रीम फोनकर बताओ जिसने दाढ़ी बढ़ा रखी है । अब मेरा मतलब है कि मैं क्यों मेहरबान अंसारी अयाज अंसारी यहां इंजीनियर तो बट ये डिलवरी कुछ न कुछ कर ही लूंगा । बुटिक है ये अब आम नहीं अंधेरा हो गया है । झूले और ड्राइवर को उन्होंने सिर्फ पाँच घंटे लगे पांच में पास में पांच मिनट सात मिनट पकने वाले हैं क्योंकि आरटीओ । सोच । कई होगा के । थोड़ी सी हंसी । की कोई न कोई । ये मुलाकात है ना बारिश मनाने में स्कूल से आते जाते । मोदी अच्छे दिन अब इतना टाइम मिलता है और डर भी लगता है । टाइम मिलता तो सोने आता है पर नरेंद्र बत्रा अब क्या कह सकते हैं कोई कहीं से भी आपकी फोटो खींच ले । कुछ भरोसा नहीं न साइटिका बहुत अजीबो गरीब है देखो मैडम अगर आप लोगों से ढोढर के जियो गिना तो लेकिन आपकी जिंदगी तो अपने खेती हैंगर पर सालभर में कुछ दिनों की तो बारिश आती है और उन दिनों में जरा बारिश का मजा नहीं ले तो ऐसी जिंदगी क्या आप डरबन का है ।